फरीदाबाद विधानसभा चुनाव 2024: भाजपा-कांग्रेस के दावेदारों के बीच कांटे की टक्कर

फरीदाबाद, 21 अगस्त ( धमीजा ) : विधानसभा 89 यानि फरीदाबाद विधानसभा इन चुनावों में जिले की सबसे हॉट सीट बनी हुई है। इस क्षेत्र से नरेंद्र गुप्ता भाजपा के मौजूदा एमएलए हैं। एक अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा से अजय गौड़, विपुल गोयल, धनेश अदलखा व मोहन गुप्ता सहित कई नेता टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।
इस क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पूर्व राजनैतिक सलाहकार अजय गौड़ तेज़ी से प्रचार में लगे हैं। जगह जगह उनके बैनर होर्डिंग लगे हैं तो उनके यहां आने जाने वालों का तांता लगा है। श्री गौड़ जहां मनोहरलाल के करीबी हैं वहीं सीएम नायब सिंह सैनी के भी विश्वासपात्र माने जाते हैं और आरएसएस में उनकी खासी पकड़ है। भाजपा सरकार के कार्यकाल में उन्होंने अपने व्यवहार और कामों से जनता के बीच भी खासी पकड़ बनाई है। लोगों के बीच लोकप्रियता पाने के साथ साथ उनके चाहते भी बने हैं।
पूर्व उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने 2014 में कांग्रेस के तत्कालीन विधायक आनंद कौशिक को चुनाव हराकर कर जनता के बीच अपनी पहचान बनाई। लेकिन स्थानीय सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के साथ छत्तीस का आंकड़ा व तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के विरोध के कारण 2019 में बीजेपी ने उनकी टिकट काट दी थी और दिन रात उनके साथ रहने वाले नरेंद्र गुप्ता ने उन्हें भनक भी नहीं लगने दी और टिकट ले उन्हीं के क्षेत्र से चुनाव मैदान में आए और विधायक बन गए । श्री गोयल पार्टी के बड़े नेताओं के साथ संबंध व लॉबिंग के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं। इस बार वह बीजेपी से टिकट के प्रबल दावदार हैं। हालांकि उनके समर्थक तो ये भी कह रहे हैं कि उन्हें टिकट मिले या ना मिले वह चुनाव जरूर लड़ेंगे। इन सब के बीच नरेंद्र गुप्ता का क्या होगा, वह टिकट ला पाएंगे या नहीं, पार्टी उन्हें क्या जिम्मेवारी सौंपेगी ये भी बड़ा प्रश्न है। राजनैतिक गलियारों में चर्चा ये भी है , यदि पार्टी ने यहां से श्री गौड़ को चुनाव मैदान में उतारा तो वैश्य समाज को बल्लभगढ़ से टिकट दी जा सकती है।
फिलहाल इस चुनावी समर में फरीदाबाद विधानसभा सीट भाजपा में हॉट बनी है और कई दिग्गज नेताओं की नज़र यहां टिकी है।
वहीं कांग्रेस में पिछली बार चुनाव लड़े लखन सिंगला सबसे प्रबल दावेदार बने हुए हैं। वह एक्स सीएम भूपेंद्र हुडा के विश्वासपात्र माने जाते हैं। लेकिन लगातार दो बार चुनाव हारने वाले नेताओं को इस बार टिकट ना देने का नियम लागू होने पर उनके लिए भी दिक्कत खड़ी हो सकती है। उनके अलावा यहां से सुमित गौड़, पूर्व विधायक आनंद कौशिक के भाई बलजीत कौशिक व पंजाबी सभा के अध्यक्ष संजीव सलूजा गोल्डी भी कांग्रेस से मज़बूत दावेदार हैं।

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